Inhalt: दीपावली नजदीक आते ही मिट्टी आदि से बने दिये का. मार्केट गर्म हो जाता है. ज्यादातर जगहों पर मिट्टी के बने दिए ही प्रयोग Ich habe es nicht geschafft पर गोबर के दिए बनाए जाते हैं. सबसे खास बात यह है कि यहां पर गोबर से बने हुए दि अयोध्या के प्रसिद्ध दीपोत्सव में प्रयोग. किए Mehr. “
Es ist nicht einfach. Es ist nicht einfach ग होने वाले दिए बनाए जाते हैं. यहां पर बनने वाली भगवान की मूर्तियों और दीयों को क्षेत्र के लोगों द्वारा बेहद पसंद किया. जाता Nein. ” ” जाता है.
ये है मान्यता
इन उत्पादों में पूर्ण रूप से सात्विक और शुद्ध चीजों का ही इस्तेमाल किया जाता है. इससे यह पूजा-पाठ आदि के लिए विशेष रूप से. पवित्र माना जाता है. ऐसा मानना है कि इन्हें घर में रखने से सकारात्म क ऊर्जा का प्रभाव बढ़ता है. शास्त्रों के अनुसार, गाय के गोबर में ही लक्ष्म ी जी का वास होता है. “
” . उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा निर्माण किए. ग ए उत्पादों को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से दूर-दराज पहुंचाया जाता है. Es ist kein Problem के लिए भी संस्था द्वारा बनाए गए दियों का उपयोग. किया जा रहा है. इसके अलावा इस संस्था में बनाए गए उत्पादों को द ूर दराज के प्रदेशों में भी भेजा जाता है.
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ERSTVERÖFFENTLICHT: 30. Oktober 2024, 17:54 IST