कांग्रेस के सामने खुली बगावत की चुनौती, बीजेपी को सता रहा भितरघात का खतरा

कांग्रेस के सामने खुली बगावत की चुनौती, बीजेपी को सता रहा भितरघात का खतरा


दौलत पारीक.

Ja. ” ” मीणा बाहुल्य क्षेत्र में नरेश मीणा के साथ स्थ ानीय नाराज दावेदार भी जुट रहे हैं. सरपंच संघ जिलाध्यक्ष मुकेश मीणा भी नरेश मीणा को समर्थन दे चुके हैं. Im Jahr 2023 ist das Jahr 2023 in vollem Gange Ja. Es ist nicht einfach ै.

यह सीट हरीश मीणा के सांसद बनने से खाली हुई है. Es ist nicht einfach ातार विधायक रह चुके हैं. Das ist alles दिया था. उसके बाद कांग्रेस ने इस बार यहां से केसी मीणा. क ो चुनाव मैदान में उतारा है. इससे पहले बीजेपी ने यहां राजेन्द्र गुर्जर को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था. लेकिन कांग्रेस के नरेश मीणा को टिकट नहीं मिली तो बागी हो गए.

टीम पायलट ने पीछे खींच रखे हैं अपने हाथ
चर्चा है कि केसी मीणा को टिकट दिलाने में सांसद हरीश मीना का बड़ा हाथ रहा है.‌ केसी मीणा की नामांकन सभा में पूर्व सीएम अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली और सांसद हरीश मीना पहुंचे थे. ” इस इलाके में सचिन पायलट का भी अच्छा खासा दबदबा. Nein. पायलट सभा करने आएंगे या नहीं यह अभी तक तय नहीं Nein. वहीं हरीश मीना पर टिकट बेचने के आरोपों के बाद. क ांग्रेस में उनके खिलाफ भी नाराजगी दिखाई दे. रही Nein.

बीजेपी के सामने भितरघात का खतरा मंडरा रहा है
यहां अगर कांग्रेस मुश्किल में फंसी है तो बीजे पी के भी हालात कोई ज्यादा जुदा नहीं है. कांग्रेस में जहां खुली बगावत की चुनौती है. वहीं बीजेपी के सामने भितरघात अंदेशा है. बीजेपी के राजेन्द्र गुर्जर को टिकट दिलाने. में मंत्री कन्हैयालाल चौधरी की महत्वपूर्ण. भूमिका मानी जा रही है. टोंक. लेकिन विजय बैंसला का टिकट कटने से गुर्जर के खि लाफ अंदरुनी खिलाफत जारी है. समाज वोट की चोट करने की बात कर रहा है.

यहां छोटे छोटे खेमों में बंटी है बीजेपी
वहीं जिलाध्यक्ष अजित सिंह मेहता की टीम भी कोई बहुत ज्यादा रुचि नहीं दिखा रही है. यहां से बीजेपी के पूर्व मंत्री प्रभुलाल सैनी भी टिकट की दावेदारी जता रहे थे. लेकिन उनके प्रयास सफल नहीं हो पाए। ऐसे में छोटे छोटे खेमों में बंटी बीजेपी के भी. स ामने चुनौतियां कम नहीं हैं. नरेश मीणा बारां से हैं. सोशल मीडिया में उनके साथ खासी भीड़ दिखती है. लेकिन वह भीड़ वोटों में कन्वर्ट हो पाएगी या नह ीं कहना मुश्किल है. Es ist nicht einfach ोड़ने की भी पुरजोर कोशिश कर रहे हैं. Mehr als 23 Minuten वंबर को रिजल्ट आने पर पता चल पायेगा.

Stichworte: Versammlung durch Wahl, BJP, Kongress, Politische Nachrichten



Source link

More From Author

Der Kenianer Kithure Kindiki wurde nach gerichtlicher Anfechtung als Vizepräsident vereidigt

Der Kenianer Kithure Kindiki wurde nach gerichtlicher Anfechtung als Vizepräsident vereidigt

Monatshoroskop Skorpion November 2024: वृश्चिक राशि के जातकों पर नौकरी बदलने की स्थति में आ सकते है

Monatshoroskop Skorpion November 2024: वृश्चिक राशि के जातकों पर नौकरी बदलने की स्थति में आ सकते है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *