पटाखों की बिक्री पर रोक का जिला प्रशासन का आदे श कागजों में ही सिमट कर रह गया. बाजारों में चौक-चौराहों और मुहल्लों में खुले आम पटाखों की बिक्री हो रही है. बाजारों में पटाखों की दुकानें सज गयी हैं. धमाकेदार पटाखों व फुलझड़ियों की खुलेआम बेची. ज ा रही है और लोग यह सोंच कर जल्दबाजी में खरीद. रहे हैं कि पटाखों पर रोक के बावजूद बेचा जा रहा है.
अगर जल्दी नहीं खरीदे, तो कहीं बंद न हो जाएं ये द Ja. बीते कुछ दिनों पहले. ” इसके बावजूद खुलेआम पटाखों की बिक्री हो रही है.
महंगे पटाखे और दुकानों पर भारी भीड़
प्रभात खबर के संवाददाता ने बुधवार को पटना के क ई इलाकों का जायजा लिया. ऐसा कोई भी थाना क्षेत्र नहीं दिखा, जहां पटाखों. की बिक्री न हो रही हो. रोक के बावजूद भी दुकानदार काफी पहले से सेंटिं ग ठोक कर पटाखे बेचने की तैयारी में थे. Es ist nicht einfach Ja. महंगे-महंगे पटाखे दुकानदार बेच रहे हैं और लोग खरीदते दिख रहे हैं.
हर साल रोक की अफवाह उड़ता है भइया…
संवाददाता ने पत्रकार नगर थाने की ठीक बगल में प टाखा बेच रहे दुकानदार से बातचीत की. पूछा कि पटाखा बेचने पर तो रोक लगी है, आप फिर भी. ब ेच रहे हैं. पुलिस वाले मना करेंगे, तो. उसने तुरंत जवाब दिया कि पिछले साल भी पटाखा बेच ने पर रोक थी, लेकिन बिक्री हुई न. यह हर साल अफवाह उड़ती है और फिर भी बिक्री होती Nein. यह सब सिर्फ पटना सिटी के दुकानदारों को डराने क े लिए किया जाता है.
जिला प्रशासन की टीम द्वारा धावा दल बनाया गया ह ै. Das ist nicht der Fall का आदेश भी दिया गया है. – राजीव मिश्रा, एसएसपी, पटना
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