Am 1. September 1956 wurde die Geschichte des Jahres 1956 beendet । 1956 में देश में हुए राज्यों के पुनर्गठन के. दौरान एमपी नया राज्य बना था। 26. Dezember 1950 1952 geboren ुए थे। इन चुनावों के बाद संसद के साथ विधान मंडल भी. शुर ू हुए।
इसलिए मिला हृदय प्रदेश तमगा
इसके बाद कई अलग अलग क्षेत्रों को मिलाकर मध्य प ्रदेश की स्थापना हुई थी। मध्य प्रदेश, भारत के एकदम बीच में स्थित राज्य ै, इसी के कारण इसे हृदय प्रदेश भी कहा जाता है।
एमपी में थी कई रियासतें
Im Jahr 1947 war die Zeit des Jahres 1947 noch nicht abgeschlossen हुआ था। यहां कई रियासतें भी मौजूद थीं। विंध्य प्रदेश और मध्य भारत को सबसे पहले सेंट् रल एजेंसी से भी अलग किया गया था। Im Jahr 1950 wurde die Zeit des Jahres 1950 beendet और इसका नया नाम मध्य प्रदेश रखा गया।
इस तरह हुआ मध्य प्रदेश का निर्माण
1950 geboren. में भोपाल, विंध्य प्रदेश, मध्य भारत और मध्य. प्र देश की अपनी-अपनी विधानसभाएं भी थीं। 1956. में मध्य प्रदेश का निर्माण ाल, विंध्य प्रदेश, मध्य भारत, सेंट्रल प्रोविंस ( सीपी) और बरार को मिलाकर किया गया था। मध्य प्रदेश के साथ इसे मध्य भारत के नाम से भी ब ुलाया जाता था।
गजब है भोपाल को राजधानी बनाने की कहानी
भोपाल को राज्य की राजधानी बनाने का किस्सा भी ग जब है। बड़े शहरों जैसे इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और भोप ाल के बीच राजधानी बनाने को लेकर जमकर बहस हुई। पहले तो इंदौर और ग्वालियर को राजधानी बनाए जान े की मांग उठी थी। बाद में बड़े शहर जबलपुर का नाम भी इसमें शामिल. ह ो गया।
यहां मिले थे सबसे ज्यादा भवन
” ऐसे में सरकारी कार्यालयों को बनाने के लिए यह स बसे उपयुक्त थे। इसी कारण भोपाल को राजधानी बना दिया गया। आज भी भोपाल में कई कार्यालय उन्हीं पुराने भवन में संचालित हैं। उसे पुराना सचिवालय कहा जाता है। वहां अभी कलेक्टर, कमिश्नर सहित कई अधिकारियों के दफ्तर संचालित हो रहे हैं।
नवाबों की मनमर्जी परकसी नकेल
भोपाल रियासत के नवाबों की मनमर्जी भी किसी से छ िपी नहीं है। देश आजाद हो गया, लेकिन नवाब अपनी रियासत को देश में शामिल नहीं कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने हैदराबाद के निजाम के साथ मि लकर विरोध भी शुरू कर दिया था। ” ताकि प्रदेश में सरकार यहीं से चले।
इस सरकार ने एमपी और छत्तीसगढ़ को किया अलग
1956 में गठित मध्य प्रदेश भी दो भागों में तब बट गया जब 1 नवंबर 2000 को मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार के सीएम दिग्विजय सिंह ने एमपी को दो हिस्सों में अलग कर छत्तीसगढ़ राज्य बना दिया। वर्तमान में मध्य प्रदेश की सीमाएं पांच. राज्यो ं से मिलती हैं। इनमें छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट, उत्तर प् रदेश, गुजरात हैं।