Wahl in Jharkhand, Indien: Es ist kein Problem 18 Tage vor dem Ende des 18. Jahrhunderts. नामांकन करने वालों में अधिकतर खेती-बारी से जु ड़े हुए हैं. इनमें दो दिहाड़ी मजदूर व एक गृहिणी भी हैं. तीन लोग स्वरोजगार से जुड़े हैं. दो लोग ऐसे हैं जो अपनी-अपनी पार्टी से बागी बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर रहे हैं. सभी का उद्देश्य चुनाव जीतने के बाद क्षेत्र व आ म आदमी की समस्याओं का समाधान करना है.
चांद्राय महाली हैं दिहाड़ी मजदूर
पोटका के जामदा, बड़ा देवली कोवाली के रहने वाले. चांद्राय महाली (32 वर्षीय) दिहाड़ी मजदूर हैं. बतौर निर्दलीय उन्होंने नामांकन दाखिल किया है. ” वे सोशल मीडिया पर भी एक्टिव हैं. चांद्राय की कोवाली व आसपास के ग्रामीण इलाकों में सकure हे हे हैं हैंांद्राय भष्टाचार, कमीशनखोकमीशनखो पप लगाम लगाने साथ कsal षेत्र का विका हैंा षेतsprechung. विस्थापितों की समस्याओं को दूर करना भी इनकी प ्राथमिकता है.
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सुनीता मुर्मू भी हैं मजदूर
Mehr als 33 Tage. निर्दलीय पोटका से नामांकन दाखिल किया है. सुनीता मजदूर हैं. सुनीता क्षेत्र के विकास के लिए काम करना चाहती Nein. बेरोजगारी व युवाओं का पलायन रोकना उनकी. प्राथम Ja. सुनीता ने पिछले साल एलएलबी (सत्र 2020-2023) की परीक्ष ा पास की है. सीमित आय के बावजूद सुनीता की रुचि समाजसेवा मे Ja. ” खासकर महिलाओं को जागरूक करने में अहम भूमिका न िभायी हैं. इनके पास संपत्ति के नाम पर पांच हजार रुपये नकद. Es ist nicht einfach.
दिव्यांग सिर्मा देवगम हैं किसान
Mehr als 40 Minuten. किस ानी से जुड़े हुए हैं. हाथ से दिव्यांग होने बावजूद ये सफल किसान हैं. सिर्मा के मुताबिक पोटका में स्वास्थ्य व. शिक्ष ा का बुरा हाल है. रोड पर खर्च किया जा रहा है, लेकिन ग्रामीण. इलाके की सड़कें जर्जर हैं. पांच सालों में डुमरिया में रहने वाले ं का भला नहीं हो सका हैं. सुदूर ग्रामीणों की आवाज बनने के लिए ले चुनाव म ैदान में हैं.
लव कुमार सरदार हैं किसान, झामुमो किसान मोर्चा रह चुके हैं जिलाध्यक्ष
” 20 Stunden vor dem Ende des Spiels. ये झामुमो किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रह चुके Nein. इनकी पत्नी सोनमुनी सरदार पोटका क्षेत्र से. जिल ा परिषद सदस्य हैं. लव कुमार सरदार वर्षों से सामाजिक, सांस्कृतिक कार्य में सक्रिय रहे हैं. लव कुमार सरदार ने बताया कि पोटका के सुदूर ग्रा मीण इलाके में ग्रामीण बदहाल हैं. सेवा भाव से चुनाव मैदान में उतरे हैं. लोगों को उनका हक और अधिकार मिले यही उनकी प्राथ मिकता है.
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कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ रहे सुबोध सिं ह सरदार
60. वर्षीय) ने निर्दलीय नामांकन किया है. 2009 में सुबोध कांग्रेस के टिकट पर चुनाव. लड़ Ja. 28 Monate vor dem Ende. क्षेत्र में सालोंभर सक्रिय रहे हैं. पेशे से ये किसान हैं. ” इस बार अंतरात्मा की आवाज पर निर्दलीय चुनाव लड ़ रहे हैं.
पोटका विधानसभा
प्रत्याशी का नाम
1.सागर बेसरा-कृषि.
2.धनंजय सिंह-कृषि
3.बिजन सरदार-कृषि
4.भागीरथ हांसदा-कृषि
5.सलमा हांसदा-कृषि
6.महीन सरदार-कृषि
7.सुरधू मांझी-कृषि
8.सिर्मा देवगम-कृषि
9.रामचंद्र टुडू, स्वरोजगार.
10.बब्लू टोप्पो, स्वरोजगार.
11.कांदोमनी भूमिज-गृहणी
- महेंद्र मुर्मू-स्वरोजार
13.मीरा मुंडा-बिजनेस.
- संजीव सरदार-राजनीति व समाजसेवा.