नई दिल्ली. बर्फबारी से पहले का समय ऐसा होता है जब. जम्मू-कश ्मीर में आतंकियों की घुसपैठ की कोशिशों में. जबर दस्त इजाफा होता है. आंतकी लॉंच पैड पर घुसपैठ की तैयारी में जुटे है ं. अखनूर सेक्टर सेना की एम्बुलेंस पर फायरिंग की घटना भी इसी की एक कड़ी है. सूत्रों की मानें तो हाल ही में घुसपैठ कर के आए अंजाम दिया. हालांकि भारतीय सेना ने इस घटना को अंजाम देने व ाले तीनों आतंकियों को ढेर कर दिया. ” अखनूर सेक्टर में पहली बार कार्बाइन बरामद हुई. Nein. Das ist alles.
Das ist M4
” Ich habe es nicht geschafft 50-60 Minuten vor dem Abkühlen मौजूद हैं. M4 ist eine Waffe, die mit AK-47 ausgestattet ist ामद की गई हैं. अगस्त 2021 को अफगानिस्तान में 20 साल हने के बाद अमेअमे सेना आनन-फानन में अपने हथियार औाजो सामान छोड़क निकल निकल गई. ” वो धीरे- धीरे आतंकियों के हाथ पहुंच गए.
M4 खतरनाक
हालांकि इससे पहले भी आतंकियों के पास आ गए थे. पहली बार जम्मू-कश्मीर में 2017 बरामद हुई. Ja. जब सुरक्षा बलों ने जैश सरगना मसूद अजहर के भतीज े तलाह रशीद मसूद को पुलवामा में ढेर किया था. ” Das Gerät ist mit M4 ausgestattet र किया जाता है. जिसकी वजह ये बताई जा रही है कि इससे स्टील. बुलेट फायर की जाती है. “
गाजियाबाद कोर्ट में आखिर हुआ क्या था, जो इतना. Was ist los mit dir?
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कठुआ और रियासी में हुए आतंकी हमलों में भी M4 का इ स्तेमाल किया गाया था. यही नहीं पिछले साल पुंछ में हुए आतंकी हमले में 4 Stunden vor dem Ende. खुद जैश और लश्कर इन गनों को सेना के काफिले पर ह मले के लिए आतंकियों दिया है. 1980 के दशक डिज डिजाइन औ डेवलप डेवलप की गई M4 कार्बाइन अमेअमेा, नाटो औऔ पाकिस्तान स्पेशल फोफोogr. दुनिया के बड़े कॉन्फ़्लिक्ट सीरिया सिविल वॉर, इराक सिविल वॉर, यमन सिविल वॉर, इराक और तान वॉर सहित कई जगह पर बहुत इस्तेमाल किया गया.
Schlagworte: Indische Armee, Jammu-Kaschmir-Terrorist, Terroranschlag, Terroranschläge
ERSTVERÖFFENTLICHT: 29. Oktober 2024, 19:30 IST