पहले भी लिया था फैसला
गाइडलाइन में बढ़ोतरी का फैसला कोई नया नहीं है । Am 1. Dezember 2024 wurde die erste Ausgabe veröffentlicht ं बदलाव किया गया था। “
आम लोगों को होगी परेशानी
राज्य सरकार के इस फैसले से घर खरीदारों की मुश् किलें बढ़ सकती हैं। पहले से ही बढ़ती महंगाई के बीच प्रॉपर्टी की की मतें आसमान छू रही हैं। ऐसे में कलेक्टर गाइडलाइन में बढ़ोतरी से आम आद मी का घर का सपना और भी दूर होता नजर आ रहा है।
कलेक्टर के सामने पेश करेंगे प्रस्ताव
भोपाल में सोमवार को कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम. सिंह के सामने पंजीयन विभाग अपना प्रस्ताव ा। इसके बाद सर्वे कर जमीनों के रेट रिवाइज किए जाए ंगे। दिवाली के बाद नई दरें लागू होने की उम्मीद है। अधिकारियों का लक्ष्य है कि नवंबर अंत या दिसंब र तक नई दरें लागू कर दी जाएं। 1 Monat. 20 25 Tage vor dem Download
सरकार को खजाना भरने की उम्मीद
Es ist nicht einfach लिए जरूरी बजट जुटाने के लिए उसे बैंकों से कर्ज. लेना पड़ रहा है। कलेक्टर गाइडलाइन बढ़ाने से खजाने में कुछ हद त क बढ़ोतरी होगी। 100 bis 150 Minuten ोड़ रुपए का फायदा होगा। ” उसी के आधार पर ये दाम बढ़ाए जाएंगे।
एआई से सर्वे कराकर लोकेशन चिन्हित
” उनकी पहचान AI से कर ली गई है। ऐसी लोकेशन को भी चिह्नित किया जाएगा, जहां ज्या दा रजिस्ट्रियां हो रही हैं। सभी लोकेशन का सर्वे होगा।’
प्रॉपर्टी के दाम उन जगहों पर बढ़ेंगे जहां-
1. गाइडलाइन में तय दर से अधिक दाम पर रजिस्ट्री क राई गई हैं। ऐसे मामलों की संख्या ज्यादा है।
2. नए प्रोजेक्ट आ रहे हैं, तो उनके आसपास प्रॉपर् टी की खरीद-फरोख्त बढ़ी है। इंडस्ट्रियल एरिया के आसपास बसाहट बढ़ी है।
3. जहां बिजली, पानी और ट्रांसपोर्टेशन के नए रूट ्स बने हैं। वहां तेजी से प्रॉपर्टी के सौदे हो रहा
4. मेट्रो और नई फोर और सिक्सलेन बन रही हैं। इसलिए नए प्रोजेक्ट में निवेश बढ़ा है।
ियल एस्टेट विशेषज्ञों का कहना है मध मध्य पiment 3% होने से प्रॉपर्टी खरीद ने में अधिक दाम चुकाने पड़ते हैं। महिलाओं को स्टाम्प ड्यूटी में ै। फिर भी एक साल में दो-दो बार कलेक्टर गाइडलाइन ़ाई जा रही है। इससे आम लोगों के लिए प्रॉपर्टी खरीदना महंगा ह जाएगा।